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About the College

Trilokchand Degree College  | Chitoli Fatheganj Bareilly

बिजनौर जिले के ग्राम उमरा बजुर्ग में लड़कियों की उच्च शिक्षा को महत्वत्ता देते हुए 'सेवाधाम गुरु बाबे जी महाराज शिक्षण संस्थान ग्राम ऊमरा बजुर्ग पोस्ट अलाउद्दीनपुर ' सोसाइटी ने बाबे जी महाराज एवं श्री साईबाबा जी के आशीर्वाद से इस वर्ष 2015 में डिग्री कॉलेज ‘'सेवाधाम महिला महाविद्यालय रतनगढ़, बिजनौर'’ स्थापित किया. महिलाये ही समाज की नींव की पहली ईंट होती है. समाज की तरक्की के लिए महिलाओं का उच्च शिक्षा ग्रहण करना बहुत महत्वपूर्ण है.
बिजनौर जिले का ग्राम उमरा बजुर्ग प्राचीन काल से ही चमत्कारी स्थान रहा है. यहाँ पर भगवन शिवजी का प्राचीन मन्दिर है जिसकी स्थापना सन 1900 ई० पूर्व हुई है। मुझे फरवरी 1988 ई ० से इस चमत्कारी स्थान की सेवा करने का अवसर मिला है. मुझे बाबे जी महाराज के आदेश एवं श्री साईबाबा जी के आशीर्वाद से यहाँ पांच मन्दिर 1. गुरु बाबे जी महाराज 2. दुर्गा जी एवं हनुमान जी 3. पंचमुख हनुमान जी 4. जाहरदेव एवं गोरखनाथ जी 5. श्री विष्णु जी का एक साथ 3 मार्च 1988 होली के दिन शिलन्यात हुआ एवं गुरु जी की चमत्कारी कृपा से 3 सितंबर 1988 ई ० श्री कृष्ण जन्माष्टमी को केवल 6 महीने पांचो मंदिरो में मूर्ति स्थापित कर उद्घाटन कर दिया गया एवं इसी दिन इस स्थान का नाम 'सेवाधाम आश्रम गुरु बाबे जी महाराज ऊमरा बजुर्ग ' रखने का आदेश हुआ।
पांच मंदिरों के बाद चार कमरे धर्मशाला का निर्माण हुआ. 28 जनवरी 1993 ई० बसंत पंचमी के भण्डारे पर दो मंजिला मन्दिर , साईबाबा जी एवं श्री रामनाथ जी के मन्दिर का शिलान्यास हुआ जो 12-08-1993 ई ० नवमी के भंडारे पर बन कर तैयार हो गया.
03-08-1984 ई ० भादो की नौमी तिथि भण्डारे पर तीन मंज़िला मन्दिर का शिलान्यास हुआ जो 6 सितम्बर 1996 ई ० नवमी भंडारे तक बनकर पूर्ण हुआ. इन तीनों मंदिरों में क्रमश श्री राम सीता लक्ष्मण , सन्तोषी माँ एवं ऊपर तीसरी मंज़िल में श्री कृष्ण जजी गाय के साथ स्थापित किये गये.
सेवाधाम आश्रम के उपरान्त मुझे इसी स्थान पर गुरु जी से शिक्षण संस्थान खोलने का आदेश मिला जिसका शिलान्यास दिनांक 15-06-1998 सोमवार को हुआ. यह शिक्षण संस्थान कक्षा 1 से 12 तक सरकारी मान्यता प्राप्त है इस विद्यालय का नाम गुरु जी ने 'सेवाधाम शिक्षण संस्थान ऊमरा बजुर्ग' रखवाया.
गुरु बाबे जी के ईष्ट देवता हनुमान जी है. अतः इनकी शक्ति भक्ति का विशेष दिन मंगलवार एवं शनिवार है. इस स्थान का वर्तमान सेवक एक अध्यापक है. शुक्रवार को विद्यालय की छुटटी 12 बजे हो जाती है. अतः गुरु जी के आदेशानुसार शुक्रवार के दिन 12 बजे के बाद जन सेवा का कार्य किया जाता है. बाहर से आने वाले सेवक गण केवल शुक्रवार के दिन 12 बजे ही संपर्क करें. आश्रम पर हर प्रकार के मरीज़ों का इलाज़ किया जाता है. गरीबो को किराया आदि देकर निशुल्क इलाज़ किया जाता है. अन्य मरीज़ो से कोई शुल्क नही लिया जाता है.
24 -01 -2015 शनिवार बसंत पंचमी को शनिदेव मंदिर का शिलान्यास हुआ. 5-09-2015 दिन शनिवार कृष्ण जन्माष्टमी को मूर्ति स्थापित की गयी.

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